प्रति किलो राख में 50 से 100 मिलीलीटर मिट्टी तेल मिलाकर उसे छाया में सुखा लेते हैं। इसके बाद इस फसलों में छुटने से खासकर लौकी, कोंहड़ा आदि में लाल कीट का नियंत्रण होता है।